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Lyrics
04 Sharan gaye ko.mp3
Album: SURKAMAL(1995)
शरण गए को क्यों ना उबारयो
शरण गए को क्यों ना उबारयो -4
जब जब पीर पारी भक्तन पे -2, चक्र सुधरसन तहाँ समरयो
शरण गए को क्यों ना उबारयो -2
भयो प्रसाद ज्यों अंबरीष पे -2, दुर्बासा को क्रोध निवार्यो
ग्वालन हेतु धार्यो गोवर्धन -2, प्रकट इंद्र गर्व प्रहारयो -2
शरण गए को क्यों ना उबारयो -2
करी कृपा प्रहलाद भगत पे -2, खंब भारी उर नखन बिदार्यो -2
नर-हरी रूप धार्यो करुणा-करी, छीनक माही कर्नकुस्य मारयो -2
शरण गए को क्यों ना उबारयो- 2
ग्रह ग्रसित गाज ओझल भूबड़ -२, नाम लेत तुरते दुख तार्यो -2
सूरसयाम बिनू और करे को, रंग भूमि में कांस पछार्यो -2
शरण गए को क्यों ना उबारयो -4
जब जब पीर पारी भक्तन पे -2, चक्र सुधरसन तहाँ समरयो
शरण गए को क्यों ना उबारयो -2