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Lyrics
8 KAHEN KABIR TAHAN RAIN BIN.mp3
Album: KAHAT KABIR(1994)
कहें कबीर तहाँ रैन दिन आरती
कहें कबीर तहाँ रैन दिन आरती -2
जगत के तख्त पर जगत साईं -२
कहें कबीर तहाँ रैन दिन आरती -2
करम और भरम, संसार सब करत है
संसार सब करत है -2
करम और भरम, संसार सब करत है
पीव की परख कोई प्रेमी जाने -2
कहें कबीर तहाँ रैन दिन आरती -2
सुरत और निरत धार मन में पकड़ कर -2
गॅंग और ज़मन के घाट आने -2
कहें कबीर तहाँ रैन दिन आरती -2
नीर निर्मल तहाँ रैन दिन झरत है
रैन दिन झरात है- 2
नीर निर्मल तहाँ रैन दिन झरात है
जनम मरन तब अंत पाई -2
कहें कबीर तहाँ रैन दिन आरती -2
जगत के तख्त पर जगत साईं -2
कहें कबीर तहाँ रैन दिन आरती -2
रैन दिन आरती -3