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Lyrics

1 IS GHAT ANTAR.mp3


Album: KABIR SUR SANGAM(1991)

दोहाः इस घट अंतर

इस घट अंतर बाग बगीचे, इसी से सिरजनहारा।

इस घट अंतर सात समुन्दर, इसी में नौ लख तारा।

इस घट अंतर पारस मोती, इसी में परखन हारा।

इस घट अंतर अनहद गरजे, इसी में उठत फुहारा

कहत कबीर सुनो भाई साधो, इसी में साईं हमारा।



प्रस्तुति

कबीर जी कहते हैं - जिस प्रकार सागर से भरे गागर का पानी एक समान है, उसी प्रकार आत्मा और परमात्मा के मौलिक तत्त्व एक हैं. इस शरीर में सिरजनहार भी, इक प्रतिबिंब के रूप में, उठती फुहार जैसे अपना परिचय दे रहा हो.



ENGLISH TRANSLATION - GURUDEV RABINDRANTH TAGORE

Within this earthen vessel are pastures and groves. And within it, is the Creator. Within this vessel are the seven oceans, and the unnumbered stars. The touch-stone and the Jewel Appraiser are within. And within this vessel the Eternal soundeth and the spring wells. Kabir says, listen to me my friend - My Lord is within.